Sonu Nigam Biography in hindi
सोनू निगम की जीवनी
सोनू निगम भारतीय संगीत के प्रसिद्ध गायक, संगीतकार, संगीत निर्माता और अभिनेता हैं। वे अपनी विविधतापूर्ण आवाज़ और गायकी की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनका नाम भारतीय संगीत जगत में उन चुनिंदा गायकों में शामिल है, जिन्होंने न केवल हिंदी फिल्मों बल्कि विभिन्न भाषाओं और शैलियों में भी गायन किया है। उनके गीत भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में लोकप्रिय हैं।
प्रारंभिक जीवन और परिवार
सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम अगम निगम और माँ का नाम शोभा निगम है। दोनों ही संगीत प्रेमी थे, जिससे सोनू का संगीत के प्रति रुझान बचपन से ही बढ़ा। सोनू ने मात्र चार वर्ष की आयु में ही गाना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने पिता के साथ कई मंचीय प्रस्तुतियों में हिस्सा लिया और मोहम्मद रफी के गाने गाए, जो उनके बचपन के दिनों में उनके प्रेरणा स्रोत रहे।
शिक्षा और प्रशिक्षण
सोनू का प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में हुई। संगीत की ओर झुकाव होने के कारण उन्होंने औपचारिक शिक्षा से ज़्यादा अपने संगीत प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया। सोनू ने शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान से लिया, जिससे उनकी गायकी में शास्त्रीय संगीत की गहराई और तकनीकी कौशल देखने को मिलते हैं।
करियर की शुरुआत
सोनू निगम ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड में एक पार्श्व गायक के रूप में की। मुंबई में उन्होंने कई संघर्ष किए और छोटे-मोटे गाने गाकर अपनी पहचान बनाई। 1990 के दशक की शुरुआत में वे "आचा सिला दिया" जैसे गानों से पहचाने जाने लगे। लेकिन उनकी वास्तविक सफलता और लोकप्रियता 1997 में आई, जब उन्होंने फिल्म "बॉर्डर" का गीत "संदेसे आते हैं" गाया। इस गाने ने सोनू निगम को घर-घर में मशहूर कर दिया। इसी समय, उन्होंने "परदेस" फिल्म का गाना "ये दिल दीवाना" भी गाया, जिसने उन्हें युवा दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना दिया।
प्रमुख कार्य और हिट गाने
सोनू निगम ने हिंदी फिल्मों के अलावा मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, गुजराती, बंगाली, उड़िया, और अन्य भारतीय भाषाओं में भी गाने गाए हैं। उनके सबसे प्रमुख गानों में "कल हो ना हो" (फिल्म: कल हो ना हो), "अभी मुझ में कहीं" (फिल्म: अग्निपथ), "सौदागर सागर" (फिल्म: सागर), "धीरे जलना" (फिल्म: वीर-ज़ारा), और "मैं हूँ ना" जैसे गाने शामिल हैं। उनकी गायकी में विविधता और भावनाओं की अभिव्यक्ति उन्हें दूसरों से अलग बनाती है।
संगीत शो और रियलिटी टीवी
सोनू निगम का टेलीविजन पर भी विशेष योगदान रहा है। उन्होंने 1995 में "सा रे गा मा" नामक संगीत प्रतियोगिता के शो में बतौर होस्ट शुरुआत की। इस शो में उनकी प्रस्तुति और शालीनता ने उन्हें और प्रसिद्धि दिलाई। इसके बाद वे कई रियलिटी शो जैसे "इंडियन आइडल," "अमूल स्टार वॉयस ऑफ इंडिया" और "द एक्स फैक्टर" में भी जज के रूप में नज़र आए।
फिल्मी करियर
सोनू निगम ने अपने गायन के अलावा अभिनय में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 2004 में फिल्म "लव इन नेपाल" में मुख्य भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने कुछ और फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार भी निभाए, हालांकि वे गायकी में ही ज्यादा सक्रिय और सफल रहे हैं।
पुरस्कार और सम्मान
सोनू निगम को उनके बेहतरीन गायन के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है। उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड, ज़ी सिने अवॉर्ड और आइफा अवॉर्ड जैसे सम्मान प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके गीत "कल हो ना हो" के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ गायक का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला, जो उनकी उपलब्धियों में से एक प्रमुख उपलब्धि मानी जाती है।
संगीत शैली और प्रभाव
सोनू निगम की गायकी में शास्त्रीय संगीत का गहरा प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन वे पॉप, रॉक, भक्ति और रोमांटिक गीतों में भी माहिर हैं। उनकी आवाज़ में गहराई, मिठास और लचीलापन है, जिससे वे हर प्रकार के गानों में बखूबी ढल जाते हैं। मोहम्मद रफी, किशोर कुमार और मन्ना डे जैसे महान गायकों से प्रेरणा लेने वाले सोनू निगम ने अपने करियर में इन शैलियों को नए अंदाज़ में प्रस्तुत किया है।
व्यक्तिगत जीवन
सोनू निगम ने मधुरिमा से विवाह किया है और दोनों का एक बेटा भी है, जिसका नाम नीवान है। उनका व्यक्तिगत जीवन हमेशा से ही सादगी भरा और मीडिया से दूर रहा है। सोनू निगम सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं और उन्होंने कई बार समाज सेवा में हिस्सा लिया है।
विवाद और आलोचना
सोनू निगम अपने बयानों के लिए भी चर्चा में रहे हैं। उन्होंने कई बार बॉलीवुड में हो रहे अनुचित घटनाओं और पक्षपात पर खुलकर अपनी राय दी है। 2017 में उनके द्वारा अज़ान से संबंधित एक ट्वीट पर विवाद खड़ा हुआ था, जिसके बाद उन्होंने काफी आलोचना झेली और बाद में अपना पक्ष स्पष्ट भी किया।
वर्तमान स्थिति
सोनू निगम वर्तमान में भी संगीत की दुनिया में सक्रिय हैं और कई लाइव कंसर्ट्स और इंटरनेशनल इवेंट्स में भाग लेते हैं। वे अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से भी संगीत से जुड़े विचार और नए गाने प्रस्तुत करते रहते हैं।
निष्कर्ष
सोनू निगम ने भारतीय संगीत में जो योगदान दिया है, वह अविस्मरणीय है। उनकी गायकी और संगीत की समझ ने उन्हें एक विशेष स्थान पर पहुँचाया है। वे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा हैं, और उनके गीत आने
वाले समय में भी लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।
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